It's easy to say that Death is a truth and it will come to everyone for sure. However, there are some people who make their Image of legend even after leaving their body and Sri Atal Bihari Vajpayee is one them. He has contributed a lot for India to make sure our unity and diversity keep strong all around the world.
Sri Atal ji born on 25 December 1924 in Gwalior to make the change in India politics. as he grown he contributed his best to make India Independent country In 1975, Vajpayee was arrested along with several other opposition leaders during the Internal Emergency. he is a member of the Indian Parliament and he shown the dedication to take everybody on the way of success. He never stop to show his country love. Sri Ataj ji always talked about country, leadership, improvement, globalisation and security of the country.
Sri Atal ji was facing health issues from past 10 years however his guidance was always with his party Bhartiya Janta Party. Everybody follow him respect him and on 16th August he says Bye to everybody however he is alive in everyone heart his thought and poems will keep putting sensation and motivate people to do good for the country. India's greatest Award named Padma Vibhushan given by Indian Government in 1992.
Today with due respect our nation and whole world says last good bye to Sri Atal Bihari Vajpayee with full national support and respect.
We all will be thankful for Sri Atal ji to showing such a brilliant life which motivate people and guide them to be positive, be humble, no arrogance to show, Think for all, do good be good.
If we could follow 10% of Sri Atal ji it will make big positive difference in our own personality.
Few lines from his poem
बाधाएँ आती हैं आएँ
घिरें प्रलय की घोर घटाएँ,
पावों के नीचे अंगारे,
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,
निज हाथों में हँसते-हँसते,
आग लगाकर जलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।हास्य-रूदन में, तूफ़ानों में,
अगर असंख्यक बलिदानों में,
उद्यानों में, वीरानों में,
अपमानों में, सम्मानों में,
उन्नत मस्तक, उभरा सीना,
पीड़ाओं में पलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
घिरें प्रलय की घोर घटाएँ,
पावों के नीचे अंगारे,
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,
निज हाथों में हँसते-हँसते,
आग लगाकर जलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।हास्य-रूदन में, तूफ़ानों में,
अगर असंख्यक बलिदानों में,
उद्यानों में, वीरानों में,
अपमानों में, सम्मानों में,
उन्नत मस्तक, उभरा सीना,
पीड़ाओं में पलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
Best Video of Atal JI "Kadam Milaker chalna hoga"
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Hindi Translation:
श्री अटल जी 25 दिसंबर 1 9 24 को ग्वालियर में भारत की राजनीति में बदलाव लाने के लिए पैदा हुए। जैसे ही उन्होंने उगाया, उन्होंने भारत को स्वतंत्र देश बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया 1 9 75 में, वाजपेयी को आंतरिक आपातकाल के दौरान कई अन्य विपक्षी नेताओं के साथ गिरफ्तार किया गया था। वह भारतीय संसद के सदस्य हैं और उन्होंने सफलता के रास्ते पर सभी को लेने का समर्पण दिखाया। वह अपने देश के प्यार को दिखाने के लिए कभी नहीं रुकता। श्री अताज जी ने हमेशा देश, नेतृत्व, सुधार, वैश्वीकरण और देश की सुरक्षा के बारे में बात की।
श्री अटल जी को पिछले 10 सालों से स्वास्थ्य के मुद्दों का सामना करना पड़ रहा था, हालांकि उनका मार्गदर्शन हमेशा उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ था। हर कोई उसका सम्मान करता है और 16 अगस्त को वह अलविदा कहता है कि वह हर किसी के दिल में जीवित है, लेकिन उसके विचार और कविताओं ने सनसनीखेज रखी है और लोगों को देश के लिए अच्छा करने के लिए प्रेरित किया है। 1 99 2 में भारत सरकार द्वारा दी गई पद्म विभूषण नामक भारत का सबसे बड़ा पुरस्कार।
आज उचित सम्मान के साथ हमारे देश और पूरी दुनिया में श्री अटल बिहारी वाजपेयी को पूर्ण राष्ट्रीय समर्थन और सम्मान के साथ आखिरी अलविदा कहा जाता है।
हम सभी श्री अटल जी के लिए इस तरह के एक शानदार जीवन को दिखाने के लिए आभारी होंगे जो लोगों को प्रेरित करते हैं और उन्हें सकारात्मक मानते हैं, विनम्र होते हैं, दिखाने के लिए कोई अहंकार नहीं करते हैं, सभी के लिए सोचें, अच्छे से अच्छा करें।
अगर हम श्री अटल जी के 10% का पालन कर सकते हैं तो यह हमारे अपने व्यक्तित्व में बड़ा सकारात्मक अंतर डाल देगा।